ये इश्क़ बड़ा बदनाम करता है, ये बूढ़ों को भी जवान करता है। जो भी इश्क़ में पड़ता है अक्सर, वो सुबह को भी शाम कहता है। ©नीतिश तिवारी।
Read moreहसरतें दिल की सारी नाकाम हो जाती हैं, आप ना आए तो सुबह से शाम हो जाती है। छुप कर मोहब्बत करने की लाख कोशिश करें, फिर भी ये मशहू…
Read moreआजकल मैं इश्क़ कर रहा हूँ, आजकल मैं बेरोजगार हूँ। बहुत लोग मेरे पीछे पड़े हैं, आजकल मैं कर्ज़दार हूँ। ©नीतिश तिवारी।
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